दिवाली – भारतीय पर्व का महत्व

essay on diwali in hindi यहां से पढें सभी। सभी competitive exam जैसे  ssc, cgl, banking, hcs आदि के लिए भी पढ़ सकते हैं।

दिवाली – भारतीय पर्व का महत्व

विषय-सामग्री:
  1.  परिचय
  2. दिवाली मनाए जाने के पीछे की कहानी
  3. प्रकाश का त्यौहार दीपावली
  4. दिवाली के साथ जुड़े अन्य त्यौहार
  5. उपहारों का लेन-देन ओर पकवान
  6. लक्ष्मी पूजन ओर आतिशबाजी
  7. दिवाली पर समाज में विकसित बुराइयां
  8. उपसंहार

परिचय

दीपावली भारतीय  पर्वों में सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व हिन्दू धर्म के अनुयायियों द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व आशीर्वाद, खुशियों एंव खुशहाली का प्रतीक है। दीपावली के पहले लोग अपने घरों को सजाते हैं। घर की सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और घर को रंग बिरंगी लाइट्स से सजाते हैं। इस दिन का धार्मिक एंव सामाजिक महत्व होता है। लोग एक-दूसरे को गिफ्ट देते है। इस पर्व के माध्यम से लोग अपने रिश्तेदारों और मित्रों के साथ प्यार और सम्मान का इजहार करते है।

दिवाली मनाए जाने के पीछे की कहानी

दीपावली शब्द ‘दीप+अवली’ दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है दीपों की पंक्ति। इस त्यौहार पर रात को घर-घर में दीप जलाये जाते है, इसलिए इस त्यौहार का नाम दीपावली पड़ गया। हर त्यौहार के साथ कोई ना कोई कहानी जुड़ी होती है। दीपावली मनाये जाने के पीछे यह कथा प्रचलित है कि इस दिन भगवान राम अपने छोटे भाई लक्ष्मण तथा पत्नी सीता के साथ 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या वापस लौटें थे। उनके वापस आने की खुशी में अयोध्यावासियों ने घर-घर में दीपक जलाए थे।

प्रकाश का त्यौहार दीपावली

दीपावली के दिन लोग अपने घरों में दीपक जलाते हैं। वास्तव में दीपावली ज्योति और प्रकाश का पर्व है, अंधकार पर प्रकाश की विजय का त्यौहार है। हर साल दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। ऐसा लगता है मानो अमावस्या के घने काले अंधकार को समाप्‍त करने के लिए एक साथ असंख्य दीपक जल उठे हो।

दिवाली के साथ जुड़े अन्य त्यौहार

दीपावली के त्यौहार के साथ-साथ कुछ अन्य त्यौहार भी बनते हैं। वास्तव में दीपावली से 2 दिन पहले धनतेरस के दिन से ही उत्सव आरंभ हो जाता है। इस दिन लोग नये बरतन खरीदते हैं तथा बाजार में चारों ओर भीड़-भाड़ और सजावत होती है। अगला दिन (चतुर्दशी) छोटी दीपावली कहलता है। इस दिन शाम को हिंदू घर में पंच दीपक जलाए जाते हैं।

उपहारों का लेन-देन ओर पकवान

अमावस्या का दिन दीपावली का दिन होता है। इस दिन बच्चों में खास उत्साह होता है और इस दिन वे नए-नए कपड़े पहनते हैं। लोग अपने-अपने प्रियजन और मित्रों के घर मिठाइयां लेकर मिलने और शुभ कामनाएं देने जाते हैं। घरों में तरह-तरह के पकवान बनते हैं।

लक्ष्मी पूजन ओर आतिशबाजी

लोग रात को लक्ष्मी पूजन करते हैं। सब लोग रात को मिलकार पटाखे व फुलझड़ियां आदि जलाते हैं। इस दिन सारा वातावरण पटाख़ों की आवाज़ से भर जाता है।

दिवाली पर समाज में विकसित बुराइयां

दिवाली के पर्व का पूरा सप्ताह आनंद और उल्लास लेकर आता है परंतु इसके साथ ही हमारे समाज में कुछ बुराइयां भी विकसित हो गई हैं। त्यौहार से जुड़ी सबसे बड़ी बुराई है लोगों का जुआ खेलना और मदिरा पान करना। सरकार को इस बुराई को समाप्त करने के लिए बड़े कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा पटाखे आदि पर अनाश्यक और अत्याधिक खर्च एक दोष ही है। आज सब लोग अगर इस फिजुल खर्च को रोक कर थोड़ा-थोड़ा पैसा गरीब बच्चों के लिए निकाल दे तो दीपावली का त्यौहार उनके जीवन में भी खुशियां भर देगा।

उपसंहार

अत: यह कहा जा सकता है कि दीपावली एक ऐसा पर्व है जो समृद्धि, सम्मान और खुशियों का संदेश देता है। यह भाईचारे और समरसता का संदेश भी देता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि जीवन में उत्सवमयता और समरसताकी भावना का महत्व है। इसे मनाकर हम समाज में एक-दूसरे के साथ प्यार और सम्मान के साथ रह सकते हैं।

इसे भी पढें – https://www.competitionindia.com/essay-on-mahatma-gandhi/

उम्मीद करते हैं कि essay on diwali in hindi आपको अवश्य ही पसंद आया होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!